सही करें अपना खानपान
इससे प्रेग्नेंसी की संभावना भी बढ़ जाती है। फर्टिलिटी बढ़ाने वाली सही डाइट का मतलब है अपने खाने में चीनी और नमक की मात्रा कम करना, हरी पत्तेदार सब्जियां ज्यादा खाना, प्लांट बेस्ड फूड्स (पौधों से प्राप्त होने वाले भोजन) जैसे- सब्जियां, फल, बीन्स, नट्स, अनाज आदि का सेवन ज्यादा करना। जो लोग मांसाहारी हैं, उन्हें प्रेग्नेंसी का चांस बढ़ाने के लिए मांस कम से कम खाना चाहिए क्योंकि ट्रांस फैट से गर्भ ठहरने में परेशानी आती है।
इन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए
अगर आपको प्रेग्नेंसी में समस्या आती है, तो आपको कुछ खास चीजों के सेवन से बचना चाहिए, जिनमें एल्कोहल यानी शराब, धूम्रपान यानी स्मोकिंग, और कॉफी की आदत प्रमुख है। सिगरेट और शराब को तो बिल्कुल भी हाथ न लगाएं, हां कॉफी आप दिन में सिर्फ 1-2 कप तक पी सकती हैं।
वजन ज्यादा है, पेट के आसपास चर्बी है तो इसे घटाएं
अगर आपका वजन ज्यादा है और पेट के आसपास चर्बी जमा हो गई है, तो इसे घटाना बहुत जरूरी है। मोटापे के कारण भी कई बार महिलाओं को गर्भ नहीं ठहरता है। इसलिए अपना वजन कम करने के लिए सही और संतुलित डाइट लें और रोजाना 30-40 मिनट एक्सरसाइज लें। अगर वजन घटाने में समस्या आ रही है, तो डॉक्टर या डायटीशियन की मदद लें। बिना वजन घटाए आपके प्रेग्नेंसी की संभावना कम रहेगी।
अपने मासिक चक्र का ध्यान रखें
महिलाओं को अपने मासिक चक्र का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। 2 पीरियड्स के बीच में कुछ खास दिन ऐसे होते हैं, जब आपके प्रेग्नेंट होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। जैसे ओव्युलेशन शुरू होने के 5 दिन पहले से लेकर ओव्युलेशन हो जाने के 1 दिन बाद तक प्रेग्नेंट होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसलिए आपको इन दिनों में शारीरिक संपर्क करना चाहिए। अपने पीरियड्स को ट्रैक करने और प्रेग्नेंसी की संभावना वाले दिनों का पता लगाने के लिए आप कई फ्री-एप्स की भी मदद ले सकते हैं जो प्ले स्टोर पर आपको आसानी से मिल जाएंगे।
अगर इन सब बातों को फॉलो करने के बाद भी या किसी तरह की शारीरिक समस्या न होने के बावजूद आप प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही हैं, तो अपना और अपने पार्टनर का फर्टिलिटी टेस्ट कराएं। लगातार प्रयास करने के बाद 12 महीने तक अगर आपको प्रेग्नेंसी नहीं होती है, तो आपको फर्टिलिटी सेंटर जाकर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।