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प्रेगनेंसी में रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय पीने के फायदे और नुकसान

प्रेगनेंसी में रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय पीने के फायदे और नुकसान

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प्रेगनेंसी में रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय पीने के फायदे और नुकसान

रैस्पबेरी की पत्तियों की चाय पीना महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है। जानें प्रेगनेंसी के दौरान इस चाय को पीने से मिलने वाले फायदे और कुछ नुकसान।

 

रैस्पबेरी एक तरह की बेरी (फल) है, जिसकी पत्तियों को बहुत गुणकारी माना जाता है। खासकर विदेशों में प्रेगनेंसी की दौरान रैस्पबेरी की पत्तियों की चाय (Raspberry Leaf Tea) पीने को काफी फायदेमंद मानते हैं। पुराने समय से ही रैस्पबेरी की पत्तियों का इस्तेमाल औषधीय रूप में यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में किया जाता रहा है। कुछ लोगों का मानना है कि रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय पीने से गर्भवती महिला का शिशु स्वस्थ रहता है और डिलवरी के बाद महिला की रिकवरी भी तेजी से होती है। आजकल इंडिया में भी महिलाओं ने प्रेगनेंसी के दौरान रैस्पबेरी लीफ की चाय पीना शुरू किया है। अगर आप भी इसे पीने का सोच रही हैं, तो पहले जान लें कि विज्ञान इस चाय के फायदों के बारे में क्या कहता है और गर्भावस्था के दौरान रैस्पबेरी की पत्तियों की चाय पीना कितना सुरक्षित है।

कितना सुरक्षित है प्रेगनेंसी में रैस्पबेरी की पत्तियों की चाय? (How Safe is Raspberry Leaf Tea For Pregnant Women)

लाल रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय पीना ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित होता है। हालांकि कुछ लोगों में इसे ज्यादा मात्रा में पी लेने के बाद पेचिश (पतला मल होना) या जल्दी-जल्दी पेशाब लगने की समस्या हो सकती है, मगर इसके कोई बड़े नुकसान नहीं देखे गए हैं। हालांकि प्रेगनेंसी की पहली तिमाही (1 से 3 महीने के बीच) में अगर रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय ज्यादा पी जाए, तो इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं और गर्भपात होने की भी कुछ संभावना रहती है। इसलिए इसे पीने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह ले लें और कोशिश करें कि पहली तिमाही के दौरान 1 कप रोजाना से ज्यादा न पिएं।

रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय पीने के फायदे (Health Benefits of Raspberry Leaf Tea in Hindi)

1. रैस्पबेरी लीफ टी में होते हैं कई पोषक तत्व

रैस्पबेरी की पत्तियां कई पोषक पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, जो प्रेगनेंसी में महिलाओं के लिए जरूरी होते हैं, जैसे- पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक, आयरन आदि। इसके अलावा इन पत्तियों में फ्लैवोनॉइड्स और टैनिन्स भी होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं। इसलिए इस चाय को पीने से महिलाओं को कई बेहतरीन पोषक तत्व आसानी से मिल जाते हैं।

2. महिलाओं की कई समस्याओं को करता है दूर

रैस्पबेरी की पत्तियों की चाय पीने से महिलाओं की कई सामान्य समस्याएं दूर हो सकती हैं, इसलिए बहुत सारे लोग इसे 'वीमेन हर्ब' भी कहते हैं। इसके सेवन से पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द, उलझन, जी मिचलाना, चक्कर आना, डायरिया आदि में आराम मिलता है। इसके अलावा ये पेल्विक अंगों को भी स्वस्थ रखती है, जिससे महिलाओं को फायदा मिलता है। इसमें मौजूद आयरन शरीर में खून बढ़ाता है और एनीमिया को दूर रखता है।

3. कम करता है लेबर पेन

रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय पीने से डिलवरी के दौरान लेबर पेन कम होता है। इसके अलावा इससे शिशु के समय से पहले पैदा होने (प्रीमेच्योर बेबी) की संभावना कम हो जाती है।

4. डिलीवरी के बाद जल्दी होती है रिकवरी

महिलाओं को शिशु की डिलीवरी के बाद लंबे समय तक कमजोरी, दर्द जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय पीते रहने से इस स्टेज में शरीर जल्दी रिकवर होता है क्योंकि ये चाय पेल्विक मसल्स को टाइट करती है, जिससे शरीर तेजी से पुराने शेप में वापस आता है।

इन सभी फायदों के कारण ही महिलाओं, खासकर गर्भवती महिलाओं को रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय जरूर पीनी चाहिए।

गर्भवती महिलाओं को अपने खान पान को लेकर अधिक सावधान होना चाहिए। ऐसा इसलिए कि आप इन दौरान जो खाते-पीते हैं उसका पेट में पल रहे बच्चे पर बहुत असर होता है। इसलिए आपको उन खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से बचना चाहिए, जो आपके बच्चे के लिए नुकसानदेह है। जैसे कि चाय और कॉफी। चाय और कॉफी के बिना कई लोग अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर पाते हैं। वहीं, गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त कैफीन का सेवन आपके बच्चे के लिवर के विकास को बिगाड़ सकता है और फैटी लीवर की बीमारी के खतरे को बढ़ा सकता है। 

गर्भवती महिला को चाय पीना चाहिए कि नहीं (Is it Safe to Drinking Tea During Pregnancy)?

कैफीन चाय और कॉफी दोनों में पाया जाता है। अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने गर्भवती चूहों पर कैफीन के कम यानी कि 2-3 कप कॉफी दिए और उनके प्रभावों की जांच की। वहीं उन्होंने शोध में भी पाया कि गर्भवती चूहों की संतानें, जिन्हें कैफीन दिया गया था, उनमें जन्म के समय कम वजन, तनाव और होर्मोनल स्तर में असंतुलन आदि की परेशानी हुई।

अधिकांश महिलाएं इस दौरान कैफीनयुक्त पेय से बचती हैं जिसमें चाय भी शामिल है। गर्भावस्था के दौरान एक दिन में 200 मिलीग्राम से कम कैफीन का सेवन करना ही आपके लिए सुरक्षित है। वहीं आपके कप चाय में कैफीन का प्रतिशत इसके तैयार होने के तरीके, पानी के तापमान और पत्तियों के आकार आदि काफी कुछ बदल सकता है।

प्रेग्नेंसी में कौन सी चाय है सेहत के लिए सही?

हर्बल चाय प्रेग्नेंसी के लिए सबसे अच्छे होते हैं। ये कई आयुर्वेदिक छाल, पत्तियों, बीज, जड़ और फूलों से बनाए जाते हैं, जो पीने वाले को औषधीय लाभ प्रदान करते हैं। वहीं ये कई संयोजनों में भी उपलब्ध हैं। वहीं गर्भवती मां अपने पंसद के हिसाब से चाय और कॉफी ले सकते हैं।

अदरक की चाय

मॉर्निंग सिकनेस से निपटने के लिए अदरक की चाय एक शानदार तरीका है। यह पेट में दर्द से राहत देता है, मतली को कम करता है और पाचन को मजबूत करता है। अदरक के कुछ स्लाइस गर्म पानी में उबाल लें और शहद के साथ मिलाकर लें। ये आपको आराम पहुंचाएगा।

रोजहीप टी 

रोजहीप टी एक कैफीन मुक्त विकल्प है, जो जिंक, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सिडेंट के साथ पैक किया जाता है। यह मुक्त कणों से लड़ने में मदद करता है और शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है। यह पाचन में एसिड रिफ्लक्स और मूड स्विंग्स को कम करने में भी मदद करता है। यह शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है और एलर्जी, सर्दी, और अन्य संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है। इस चाय का एक कप प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है।

आप हर्बल टी के अलावा दूध, जूस और सूप लें आदि भी ले सकते हैं। ये शरीर के लिए हर तरह से फायदेमंद है। ये जहां शरीर में एनर्जी लेवल को संतुलित रखता है, वहीं मू़ड स्विंग्स और मितली आदि को ठीक कर सकता है। 

 

प्रेगनेंसी में रैस्पबेरी के पत्तियों की चाय पीने के फायदे और नुकसान

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