मेरी प्यार माँ तू कितनी प्यारी है माँ जग है कांटों की सेज तू फुलवारी है तेरी वजह से मैं इस जग में आया तूने मुझे जीना सिखाया माँ तू मुझे अच्छी अच्छी बातें है सिखाती करूं जो मैं शैतानी तो डांट भी लगाती तेरी ममता के साये में बीता मेरा बचपन आशीष दे माँ तेरी सेवा में हो मेरा यह जीवन अर्पण
tu kitni pyari hai hindi poem