ये बचपन की यादें जब आती है मन के बच्चे को फिर जगाती है हंसते खेलते वो सुनहरे पल नये आज से सुन्दर पुराना कलवो रुनझुन ध्वनि हवा का रुखवो चुनना तिनका तिनका सुख
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