सावन जब आता है खूब मजा आता है। चारों ओर हरियाली होती पेड़ों पर खुशियाली होती। दादुर , मोर , पपीहा गाते मेंढक उछलकर नाच करते। कोयल ऊंचे तान सुनाती घूम – घूम कर सगुन बजाती।
savan jab aata hai hindi poem