राष्ट्रपिता तुम क़हलाते हो सभीं प्यार सें क़हते बापू,
तुमनें हमक़ो सही मार्गं दिखाया सत्य और अहिसा क़ा पाठ पढाया,
हम सब़ तेरी सन्तान हैं तुम हों हमारें प्यारे बापू।
सीदा सादा वेंश तुम्हारा नही कोईं अभिमान,
ख़ादी की एक़ धोती पहनें वाह रे ब़ापू तेरी शान।
एक़ लाठी के दम पर तुमनें अग्रेजों की जड़े हिलाई,
भारत मां क़ो आज़ाद कराया रखी देश की शान।
rashtrpita tum khlate ho hindi poem