व्यवस्था परिवर्तन का समय आ गया है भ्रष्टाचार पूरी तरह छा गया है मुनाफाखोरी की बीमारी लगी सभी को महंगाई से जनता त्रस्त हो गई तभी तो न्याय मिलने में देरी हो रही है राष्ट्रिय संपत्ति चोरी हो रही है व्यवस्था परिवर्तन का समय आ गया है भ्रष्टाचार पूरी तरह छा गया है सडको का हाल बेहाल है दूर दूर तक न कोई अस्पताल है सरकार आँखे मूंदे बैठी है चोरो का अड्डा तो पुलिस चौकी है व्यवस्था परिवर्तन का समय आ गया है भ्रष्टाचार पूरी तरह छा गया है।
parivartan ka smay hindi poem