परिवार में सबको हंसते देख, मन फूले न समाता है, दादू के जवानी के किस्से सुन, मन बहुत रमाता है। दादी का दादू को चिढ़ाना सुन, मन ठहाके लगाता है, धनी है वो मनुष्य जो, परिवार के बीच अपना समय बिताता है।
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