मेरी गैया आती हैं मुझको दूध पिलाती हैं
सबको अच्छी लगती हैं गोरे रंग में सजती हैं बच्चे सब आ जाते हैं उसको प्यार जताते हैं उसका एक बछड़ा हैं उछल कूद वो करता हैं उसका एक बछड़ा हैं उछल कूद वो करता हैं ओ गैया मेरी ओ गैया मेरी
meri gaiya aati hai hindi poem