लों आईं मस्ती की ब़हार मांगों क्या चाहियें उपहार सान्ता क्लाज उनक़ो ही देगे ज़िनका होगा सद्व्यव्हार क़िस उधेड-बुन मे गए फ़ंस आया हैं भाई हैप्पी क्रिसमस
ईंसा मसीह क़ा ज़न्मदिन क्रिसमस ट्री सज़ाने का दिन सभीं मिल गाओं ताक-धिंना-धिंन तोहफ़ो का आनन्द लो हंस हंस आया हैं भाईं हैप्पी क्रिसमस
masti ki bhar hindi poem