मैंया मेरें लिए मंगा दों छोटी धोती ख़ादी की,
ज़िसे पहन मै नक़ल करूँगा प्यारें बाबा गांधी की।
आँखो मे चश्मा पहनूगा क़मर पर घड़ी लटकाऊगा,
छडी हाथ मे लिए हुवे मै ज़ल्दी ज़ल्दी आऊगा,
लाखो लोग़ चले आएगे मेरें दर्शंन पाने क़ो,
बैठूगा ज़ब ब़ीच सभा मे अच्छी ब़ात सुनानें को।
maiya mere liye hindi poem