• +91 99920-48455
  • a2zsolutionco@gmail.com
main yaado ki kitab kholu to hindi poem

main yaado ki kitab kholu to hindi poem

  • By Admin
  • 3
  • Comments (04)

मैं यादों की किताब खोलू तो
कुछ हंसते गाते चेहरे नजर आते है,
गौर से देखा तो कुछ दोस्त पुराने याद आते है।

कुछ शहरों के गुलाम हो गए
तो कुछ सपनों के गुलाम हो गए।

यादें और गहरी हुई तो
गुलाल में रंगे कुछ चेहरे याद आते है,
गौर से देखा तो कुछ दोस्त पुराने याद आते है।

धूल को उड़ते और
बारिश की बूंदों को टपकते देखा तो,
कुछ दोस्त पुराने याद आते है।

यादों की किताब के कुछ पन्ने पलटे तो
खट्टे-मीठे बेर और स्कूल के दिन याद आ गए ,
कुछ दोस्त पुराने याद आते है।

main yaado ki kitab kholu to hindi poem
  • Share This:

Related Posts