• +91 99920-48455
  • a2zsolutionco@gmail.com
main yaado ka pitara kholu hindi poem

main yaado ka pitara kholu hindi poem

  • By Admin
  • 3
  • Comments (04)

मैं यादों का पिटारा खोलू तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते है।

मैं गांव की गलियों से गुजरू
पेड़ की छांव में बैठू तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते है।

वो हंसते मुस्कुराते दोस्त
ना जाने किस शहर में गुम हो गए,
कुछ दोस्त बहुत याद आते है।

कोई मैं में उलझा है तो कोई तू उलझा है
नहीं सुलझ रही है अब इस जीवन की गुत्थी,
अब दोस्त बहुत याद आते है।

जब मैं मनाता हूं कोई त्यौहार
तो हंसते गाते दोस्त नजर आते है,
लेकिन अब तो होली, दिवाली भी मिलना नहीं होता।

कोई पैसा कमाने में व्यस्त है
तो कोई परिवार चलाने में व्यस्त है
याद करता हूं पुराने दिन तो
कुछ दोस्त बहुत याद आते है।

main yaado ka pitara kholu hindi poem
  • Share This:

Related Posts