खुशियाँ रूपी दरिया में ही आपकी जीवन-कश्ती हो
सदा वही स्पर्श करे, जिस हवा में खुशबू बसती हो
जन्म-दिन के पन्नों में बस सुख से भरी कहानी हो
बार-बार ये दिन आए, जब तक सागर में पानी हो
घर-आँगन गुलज़ार रहे, दामन में बस अच्छाई हो
हृदय-तल से जन्म-दिवस पर बारम्बार बधाई हो
उच्च विचार हो, नेक इरादे, आपकी हर-एक बात अमल हो
हर पल मन हर्षाए जैसे झील में हँसता हुआ कमल हो
मुकद्दर आपसे खफ़ा ना हो, ख्वाहिशें हमेशा पूरी हो
चेहरे पर हो नूर सदा ही, अपनों से ना दूरी हो
बुरे कर्म को हाथ उठे ना, हर पल सदा भलाई हो
हृदय-तल से जन्म-दिवस पर बारम्बार बधाई हो
khusiya rupi driya me hindi poem