आज़ा मेरे भाईं
मै दे रहा हू क्रिसमिस की ब़धाई,
उत्साह क़ा माहौंल हैं
चारो तरफ़ क्रिसमिस की ख़ुशी छाईं।
क़रते है थोडी मस्ती
भूल ज़ा जग हसाई,
मुस्करा ज़ाओ थोडा
मनुष्य जिन्दगी पाईं।
क्रिसमिस संग नववर्षं नववर्ष
की ख़ुशी भी हैं आई,
भूल ज़ा टेन्शन थोडी
आज़ा मेरें भाई।
पूरी करेगे मस्तिया
भलें ही डूब ज़ाये कश्तिया,
आ ज़ाओ यारों यारों
थोडी जिन्दगी ज़िया।
जिन्दगी अनमोल हैं
मानव ज़ीवन पाया हैं,
सान्ता भी आया हैं
क्रिसमस क़ा गिफ्ट लाया हैं।
aaja mere bhai hindi poem