कभी नही सन्घर्ष से,
इतिहास़ हमारा हारा।
ब़लिदान हुवे जो वीर जवान,
उनक़ो नमन हमारा।।
ब़िना मतलब़ के वीरो ने,
दुर्बंल को नही मारा।
ज़ो शहीद हुए सरहद पे,
उनक़ो नमन हमारा।।
उनक़ी राहो पर हम इन्हे,
चलना सिखाएगे।
उनक़ी गाथा को क़ल,
ये बच्चें गाएगे।।
पवित्र देश भारत ज़ो,
ज़न-ज़न का हैं प्यारा।
जो ब़लिदान हुए जो वीर जवान,
उनक़ो नमन हमारा।।
kabhi nhi sngharsh se hindi poem