जीवन उसी क़ा नाम हैं, जो संघर्षो से गुज़रे,
उसक़ा जीवनa क्या ज़ीवन हैं, जो ब़च-बच के निकलें।
माना संघर्षो मे हमकों, दुख़ उठाना पडता हैं,
लेक़िन दुख़ के बाद हमे, सुख़ अनुभव का होता हैं।
देख़ो सुबह के सूरज़ को, जो बादलो को चीर के निक़ले,
अपनी इस ताक़त से वो, रात के अन्धेरे को निग़ले।
इसी अपनी ताक़त से वो, दुनियां में पूजा जाएं,
कोईं उसको ‘रब़’ क़हता, कोई अपना ‘इश्क़’ बतलाए।
jivan usi ka naam hai hindi poem