जिन्दा हो तो जी लो तुम, क्यूँ बेकार बैठे हो,
सभी तो आगे बढ़ गए, तुम क्यूँ हार के बैठे हो।
जितना एक ज़िद है, तुम्हें अड़ना होगा,
पाना है कुछ बड़ा अगर तो, किस्मत से लड़ना होगा।
है बहुत ही कांटे इस पथ पे, घबराने से यूँ क्या होगा,
धैर्य, साहस और एकता से ही तुम्हारा जहाँ होगा ।
jinda ho to jilo tum hindi poem