जन्मदिवस बापू का आया सारे जग ने शीश नवाया यह जीवन की शिक्षा का दिन पावन आत्मपरीक्षा का दिन मानवता की इच्छा का दिन जगती का कण-कण हर्षाया जन्मदिवस बापू का आया जिसने खुशियाँ दी जीवन को कोटि-कोटि दलित जनों को सरल कर दिया जीवन रण को ऊँच-नीच का भेद मिटाया जन्मदिवस बापू का आया जन्मदिवस बापू का आया सत्य प्रेम का पथ अपना कर क्षमा, कर्म के भाव जगा कर स्वर्ग उतारा था वसुधा पर युग का था अभिशाप मिटाया जन्मदिवस बापू का आया आज तुम्हारी मीठी वाणी गूँज रही जानी पहचानी अमर हुए तुम जीवन-दानी घर-घर नव प्रकाश लहराया जन्मदिवस बापू का आया तुमने अपना आप गँवाकर दानवता के बाग़ मिटाकर सबके आगे माथ झुकाकर मानवता का मान बढाया जन्मदिवस बापू का आया
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