हिन्दुस्तान की जमीं पर
ये क्या गज़ब हो रहा है
सम्मान की जगह क्यों
महिलाओं का अपमान हो रहा है
भूल गए क्या रानी लक्ष्मीबाई
या भूले हो रानी पद्मिनी को
मीरा राधा की इस भूमि पर
भूल गए क्या सीता माई को
महिलाओं ने किया पथ प्रदर्शन
जब-जब पुरुष निराश हुआ
फिर क्यों आज उस धरती पर
महिलाओं को हैं विवश किया
कभी दुर्गा का रूप हुई हैं
कभी काली तो कभी लक्ष्मी
कभी सावित्री बन पति के प्राण हरे हैं
तो कभी रण में साथ लड़ी
आज जब हम हुए हैं आज़ाद
क्यों ये विपदा में आन पड़ी
दुराचार और प्रताड़ना का
क्यों ये अब आधार बनीं
सहनशीलता गुण हैं इसका
क्यों इसका दुरुपयोग करो
मिलकर सब इस नारी समाज का
सम्मान करो, सम्मान करो
hindustan ki jmin pr hindi poem