गाँव में एक मदारी आया, संग अपने बंदर वो लाया। बंदर ने नाच तमाशा दिखाया, उछल-कूद कर सबको हँसाया।
इधर-उधर, चहका फुदका, कभी सीधा खड़ा कभी लुड़का। सबके मन को खूब भाया, मदारी संग ऐसा बंदर लाया।
gaav me ek mdari aaya hindi poem