दिलों की बातें क्या कहूँ तुम बिन बोले ही समझो कभी !! मैं ही हमेशा क्यों कहु बातें तुम भी कहदो कभी !! हमेशा मैं ही क्यों मनाऊ तुम भी मुझे मनाओ कभी !! जो रूठ जाऊ तुमसे तो तुम भी हक़ जताओ कभी!! जो गलत करू मै तो तुम भी मुझे समझाओ कभी!! नोक-झोक तो चलती रहेगी पर छोड़ के ना जाओ कभी!!
dil ki baat hindi poem