• +91 99920-48455
  • a2zsolutionco@gmail.com
dekho aage tum hindi poem

dekho aage tum hindi poem

  • By Admin
  • 3
  • Comments (04)

देखो आगे तुम,
पीछे क्या रखा है,
पछताने के लिए खुद में,
और क्या बचा रखा है।

क्यूँ डरते हो आगे बढ़ने से,
क्या गिर जाने के डर से,
या भयभीत हो तुम,
दुनिया से लड़ने से।

तुम खुद में एक मिसाल हो,
न डर के आगे बढ़ पाओगे ,
बस खुद पर रखो विश्वास,
आगे बढ़ते जाओगे।

dekho aage tum hindi poem
  • Share This:

Related Posts