चिड़ियों के थे बच्चे चार, निकले घर से पंख पखार।
पूरब से पश्चिम को आए, उत्तर से दक्षिण को जाएं।
उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम, देख लिया हमने जग सारा।
अपना घर खुशियों से भरा, सबसे न्यारा सबसे प्यारा।
chidiya ke bche hindi poem