बारिश बीती ठंड आई,
बच्चों और जवानों के लिए खुशियाँ लाई
बूढ़ों की थोड़ी परेशानी बढ़ाई
पर सबने निकाल ली स्वेटर, कंबल और रजाई
मेरे नाना-नानी की हालत कड़कड़ाई
ओढ़ कर बैठे है कंबल और रजाई
बंदर टोपी लगाकर मेरी नानी शरमाई
अगर ठंड लग जाये तो खाना पड़ता है दवाई
नानी का बदंर टोपा देख सब जोर हँसे,
नानी ने मुझसे शीशा मंगवाया
फिर नानी को यह बंदर टोपा नहीं भाया
ठण्ड जाएँ भाड़ में नानी ने तो टोपा उतार बहाया।
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