• +91 99920-48455
  • a2zsolutionco@gmail.com
aalu kchalu hindi poem

aalu kchalu hindi poem

  • By Admin
  • 3
  • Comments (04)

आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे,
बन्दर की झोपडी में सो रहे थे,
बन्दर ने लात मारी रो रहे थे,
मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे,
पापा ने पैसे दिए नाच रहे थे,
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे…

आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे,

बन्दर की झोपडी में सो रहे थे,
बन्दर ने लात मारी रो रहे थे,
मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे,
पापा ने पैसे दिए नाच रहे थे,
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे…

aalu kchalu hindi poem
  • Share This:

Related Posts