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आलू बुखारा के फायदे व नुकसान

आलू बुखारा एक शानदार गुठली सहित गूदेदार और रसदार फल है. यह फल आड़ू, शफ़तालू, और बादाम के प्रजाति का है और यह उन कुछ फलों में से है जिनका रंग लाल पैनोरमा की तरह होता है. यह फल मुख्य तौर पर दक्षिण एशिया और अफगानिस्तान में होता है. कभी-कभी आपको यह फल टमाटर की तरह दिखने के कारण भ्रम पैदा कर सकता है. सूखे हुए प्लम को प्रुन और ताजे फल को आलू बुखारा कहते हैं. यहाँ इसके कुछ फायदों के बारे में बताया गया है.

आलू बुखारा के स्वास्थ्य के लिए फायदे (Plum Health Benefits )

पाचन क्रिया के लिए :

आलू बुखारा के सेवन से पेट की समस्‍याएं और पाचन प्रणाली भी स्वस्थ रहती है. फाइबर पर्याप्त उपलब्ध होने के कारण यह शरीर स्वास्थ्य और रोग के कीटाणु का अवरोध करता है. पेट की पाचन क्रिया को इसमें उपस्थित विषाणु दुरूस्त रखते है. इसके नियमित सेवन से पेट में दर्द या तनाव नहीं होता है और आंतें भी समान्य काम करती हैं.

कैंसर के लिए :

आलू बुखारा कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को शरीर से दूर रखता है, क्योंकि इसमें उपस्थित एंटी आक्सीडेंट और फाइबर शरीर की प्रतिरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहते हैं. बीटा कारटोनेस की मात्रा होने से यह कैंसर को पनपने या फैलने से रोकता है.

एनीमिया के लिए :

एनिमिया जैसे बीमारी के लिए यह फल ज्यादा लाभदायक है. इसमें पर्याप्त मात्रा में आयरन मिलता है जो कि रक्त बनने में सहायक होता है.

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए :

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के कम होने पर कई बीमारियों से आक्रांत होने का भय रहता है. आलू बुखारे के नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक प्रतिशत शरीर में बढ़ जाती है. इससे आंखों के कई प्रकार के रोग भी संतुलित रहते हैं.

वचन नियंत्रित रखने में :

भूख शरीर के स्वस्थ होने की निशानी है, लेकिन उसे भी नियंत्रित करना आवश्यक है, ताकि आपके शरीर का वजन संतुलित रहे. आलुबुखारा के सेवन से आपके शरीर की पाचन क्रिया स्वस्थ रहने से भूख भी संतुलित रहती है और इसके साथ आपका वजन भी.

हृदय घात से बचने के लिए :

आलुबुखारा का नियमित सेवन को नियंत्रित रखता है और साथ ही यह बुरे कोलेस्ट्राल को समाप्त भी करता है. हृदय आघात जैसे बीमारियों से बचाने में यह मदद करता है.

वसा को नियंत्रित करने में :

आलू बुखारा में काफी बीमारियों से सुरक्षित रखने की प्रतिरक्षा क्षमता होती है. इसमें पाया जाने वाला रसायन मस्तिष्क को काफी उर्जा प्रदान करता है. ये वसा को भी नियंत्रित करता है और ओबेसिटी को बढ़ने से रोकता है. आलू बुखारा खाने से शरीर की वसा की सतह पर अनुपयुक्त रेडिकल्‍स और टॉक्सिन को नुकसान नहीं होता है. यह शरीर से विषैले पदार्थों को उत्सर्जित भी कर देता है.

मधुमेह के रोगियों के लिए :

भोजन से पहले या उसके पश्चात भी आलू बुखारा का सेवन किया जा सकता है. इसे लगातार खाने से शरीर में शर्करा की मात्रा में इजाफा नहीं होता है और रक्त में भी शर्करा की मात्रा सही रहती है. मधुमेह के रोगी इसे नियमित रूप से खा सकते है, यह मधुमेह को नियंत्रित रखता है और शरीर की अन्य क्रियाओं को भी स्वस्थ बनाये रखता है.  

शरीर के लिए लाभकारी :

यह फल हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. क्योकि यह फल खासकर आपके शरीर में कैंसरजनित पदार्थों का अवरोध करता है. आलू बुखारा न केवल लाभदायक होता है बल्कि इसके सेवन से यह आपके स्‍वास्‍थ्‍य को लगातार सुधारता रहेगा.

हड्डियों के लिए :

कई शोधों ने निष्कर्ष निकला है कि आलू बुखार का सेवन करने से हड्डियाँ मजबूत होती है. यह फेनोलिक और फ्लावोनोइड यौगिकों की समृद्ध राशि की वजह से होने वाले हड्डियों के नुकसान से बचाता है. इसमें बोरोन शामिल होता है जो सक्रीय रूप से हड्डियों के घनत्व के संरक्षण और आपकी हड्डियों की सामान्य देखभाल में भाग लेता है.

आलू बुखारा के त्वचा के लिए लाभ (Plum Skin benefits)

माना जाता है कि पिगमेंटेड फलों का सेवन आपको अधिक आकर्षक बना देता है. इसलिए आलू बुखारा का सेवन आपको अधिक आकर्षक बना सकता है. इसके निम्न लाभ हैं :

उम्र बढ़ने के लक्षण में :

आलू बुखारा में एंटीओक्सिडेंट, विटामिन ई, बीटा कैरोटिन, फैटी एसिड से लड़ने वाले एकम सेल झिल्ली की सुरक्षा करने वाले तत्व पाए जाते हैं, जोकि आपकी त्वचा को उम्र बढ़ने के लक्षणों जैसे झुर्रियां और लोच के नुकसान से बचाता है.

सोई हुई त्वचा को जगाने में :

आलू बुखारा का जूस पिने से यह आपकी त्वचा से मरी हुई त्वचा यानि डेड स्किन को बाहर निकालता है. और आपकी त्वचा को नया जीवन देने में सहायता करता है. कोलेजन की कमी अक्सर त्वचा को सुस्त और बेजान बनाती है, किन्तु यह उसके लिए फायदेमंद है.

त्वचा के निशान को कम कर देता है :

आलू बुखारा निशान के उतकों में रक्त के प्रवाह को बढाकर त्वचा के निशान को कम कर नई त्वचा में परिवर्तित करने में मदद करता है.

हीलिंग को बढ़ावा देता है :

आलू बुखारा क्षतिग्रस्त उतकों को बदलने और तीव्र गति से घावों को ठीक करने में मदद करता है.

त्वचा को यंग दिखने में :

अपनी त्वचा में आलू बुखारा के गूदे को लगाने से यह काले धब्बे को कम कर देता है जिससे त्वचा यंग दिखने लगती है.

आलू बुखारा के बालों के लिए लाभ (Plum Hair benefits)

इसके बालों के लिए लाभ इस प्रकार हैं :

बालों के विकास को उत्तेजित करता है :

फ्री रेडिकल्स अक्सर हमारे बालों को कमजोर और भंगुर बनाते हैं. इससे बालों के विकास में बाधा उत्पन्न होती है. आलू बुखारा में पाया जाने वाला विटामिन ई कोशिका झिल्ली को मजबूत करता है. स्कैल्प में हमला करने वाले कानों से लड़ता है. इसलिए यह बालों के विकास के लिए बहुत लाभकारी है.

रूसी को हटाने में :

आलू बुखारा में विटामिन सी भी मौजूद होता है जोकि मददगार है. रूसी से बालों के स्कैल्प में एक परत जमा हो जाती है जोकि बालों के विकास में अवरोध उत्पन्न करती है. किन्तु आलू बुखारा इसके लिए बहुत अच्छा है.

बालों को झड़ने से रोकता है :

आलू बुखारा में पाए जाने वाले तत्व बालों को मजबूत बनाते है जिससे बालों का झड़ना कम हो जाता है.

बालों का रंग बनाये रखने में :

आलू बुखारा एक अत्यधिक वर्णित फल है, जो न सिर्फ बालों को झड़ने से रोकता है बल्कि यह बालों के प्राकृतिक रंग को भी बनाये रखता है. अतः यह समय से पहले सफेद होते बालों को सफेद होने से रोकता है.  

आलू बुखारा के नुकसान (Plum Side effects)

ऑक्सालेट :

आलू बुखारा में ऑक्सालेट अधिक होता है, जोकि कैल्सियम का अवशोषण कम करता है. ऑक्सालेट और कैल्सियम का शरीर में जमा होना किडनी और ब्लैडर की पथरी का कारण बनते हैं, इस रोग से ग्रस्त होने वाले रोगियों के लिए इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर लेना चाहिए.

उच्च एसिड कंटेंट :

आलू बुखारा संतरे, हरे सेब, अनानास, नीम्बू, अंगूर, टेंजेरीन, और टमाटर की लीग से सम्बंधित है. यदि आप अपने एसिड कंटेंट के कारण ये फल नहीं खा सकते तो आप आलू बुखारा का भी सेवन नहीं कर सकते हैं.

सल्फाइट्स :

सूखे आलू बुखारा को सल्फाइट्स के साथ इलाज किया जाता है, ताकि उन्हें ओक्सीकरण से बचाने में मदद मिल सके जोकि इस फल को डार्क कर डेट अहै और यह भूरे रंग में बदल जाता है. जो लोग सल्फाइट की तरफ संवेदनशीलता रखते हैं इसके लिए सावधान रहना चाहिए, क्योंकि उन्हें इससे एलर्जी होने का खतरा हो सकता है.

आलू बुखारा के उपयोग (Plum or Aloo Bukhara Uses)

  • खट्टा मिट्ठा यह फल जैम बनाने में बहुत काम आता है.
  • आप इसे रॉ यानि कच्चा भी ग्रहण कर सकते है या फिर इसे मिक्सर या जूसर में डालकर जूस बनाकर भी पी सकते है.
  • इससे कई प्रकार के बढ़िया खाने के व्यंजन बना सकते है और किसी खास व्यजंन में इसे शामिल कर उसे स्वादिष्ट बना सकते हैं.

 

 

आलू बुखारा कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को शरीर से दूर रखता है, क्योंकि इसमें उपस्थित एंटी आक्सीडेंट और फाइबर शरीर की प्रतिरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहते हैं. बीटा कारटोनेस की मात्रा होने से यह कैंसर को पनपने या फैलने से रोकता है.आलू बुखारा के फ़ायदे व नुकसान


 


 

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