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सुखी जीवन किसे कहते हैं sukhee jeevan kise kahate hain

सुखी जीवन किसे कहते हैं sukhee jeevan kise kahate hain

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सुखी जीवन किसे कहते हैं sukhee jeevan kise kahate hain

सुख खरीदा नहीं जा सकता, अनुभव किया जा सकता है ।

एक बार एक राजा जंगल में जा रहा था कि एक आदमी अपनी झोंपड़ी के द्वार पर सोया हुआ था ।

झोंपड़ी खुली थी । राजा अपने घोड़े से उतरा और झोंपड़ी के अन्दर गया और बाहर आ गया ।

राजा सोचने लगा कि यह आदमी देखों कितने सुख से सोया हुआ है ।

राजा वहाँ लिखता है कि " ओ सुख की नींद सोने वाले सुख की नींद मुझे दे । मैं तुम्हे धन से माला माल कर दूंगा " और चला गया ।

एक दिन फिर वहां से निकला तो क्या देखता है कि जहाँ राजा ने लिखा था उसके साथ लिखा था " ओ मूर्ख पैसों से सुख की नींद खरीदी नहीं जा सकती ।

सुख मन का होता ।

एक मेहनती इन्सान काम करता है तो उसे ख़ुशी होती है ।

अगर वही काम कोई आलसी करता है तो वह बोझ महसूस करता है ।

सुख को किसी जगह फिट नहीं किया जा सकता है ।

दुनिया का हर अच्छा काम सुख अनुभव कराता है ।

कर्जा न हो सेहत अच्छी हो और सत्य का आचरण हो ।

बुराई अगर सौ परदों में भी की जाये तो मन में भय उतपन्न होता है ।

भय का होना ही दुःख का कारण है । भगतसिंह फांसी के फंदे को ही सुख मानता था ।

वो चाहता तो छूट सकता था । कुदरती साधनों का इस्तेमाल करना सुख का साधन होता है ।

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सुखी जीवन किसे कहते हैं sukhee jeevan kise kahate hain

इस संसार चक्र को जरूर समझना चाहिए । बीता हुआ कल भूतकाल जिसे कहते हैं, उस काल से शिक्षा लेनी चाहिए ।

वो हम को कई चीजों की जानकारी दे सकता है । जो बीते हुए काल में गल्तियां हुई हों उसे हम आगे न करें ।

ऐसा विचार करना चाहिए । जो हमारे पूर्वजों ने अच्छे काम किये हैं ।

उन्हें दोहराना चाहिए भूतकाल शिक्षा का समय होता है ।

हर इन्सान को भूतकाल को याद रखना चाहिए । संसार को शिक्षा देने वाला भूतकाल ही है ।

वर्तमान काल जिसमें हम जी रहे हैं । आज कोई ऐसा काम न करें जिससे आने वाला कल विपत्ति लेकर आये ।

ऐसा विचार करना चाहिए । आज को जितना अच्छा बना सकें, बनाना चाहिए ।

जिसका आज अच्छा होगा उसका कल भी अच्छा होगा । ऐसा महापुरषों का मानना है ।

जो आज बोओगे वही कल काट सकोगे । ऐसा ही संसार का विधान है ।

कहते हैं "बोया पेड़ बबूल का आम कहा से होय " वाली कहावत सही है ।

कई लोग आने वाले कल की परवाह ही नहीं करते ।

जो वक्त को नहीं समझता उसे वक्त रुला देता हैं । वक्त दुनिया में अनमोल है ।

वक्त की कीमत दुनिया की हर चीज से भी महंगी है ।

एक सैकण्ड भी वापस नहीं आ सकता ।

आज का काम कल पर मत डालो उसको निपटाना ही सुखदायी है और तभी आने वाला कल ठीक होगा ।

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