अपने दिमाग को खुराक दीजिये apane dimaag ko khuraak deejiye
जिस तरह हमारे शरीर को हर रोज अच्छे खाने की जरूरत होती है, उसी तरह हमारे मस्तिष्क को भी हर रोज अच्छे विचारों की जरूरतों होती है।
इस वाक्य में सबसे अहम शब्द, अच्छा खाना और अच्छे विचार हैं।
अगर हम अपने शरीर को रोज सड़े-गले खाने और अपने दिमाग को बुरे विचारों की खुराक दें, तो हमारा शरीर और दिमाग बीमार पड़ जाएँगे। सही पटरी पर बने रहने के लिए हमें अपने मस्तिष्क को शुद्ध और सकारात्मक खुराक देनी होगी।
अपने दिमाग को खुराक दीजिये apane dimaag ko khuraak deejiye