अस्थमा या दमा के घरेलु उपाय
अस्थमा या दमा फेफड़ो से जुडी बीमारी है, जिसमें इन्सान को सांस लेने में परेशानी होती है| जब फेफड़ो में वायु का प्रवाह सही ढंग से नहीं हो पाता है, तो सांस लेने में तकलीफ होने लगती है, इसे अस्थमा अटैक कहते है| ऐसें समय में शरीर के बाकि अंगो तक ओक्सिजन नहीं पहुँच पाती है, जिससे इन्सान तड़पने लगता है, ऐसे में इन्सान की मौत भी हो सकती है| अस्थमा पूरी तरह से ठीक नहीं होता है, डॉक्टर की सलाह पर इसे कंट्रोल रखा जाता है| कुछ घरेलु नुस्खे भी इसे बहुत हद तक कंट्रोल करता है|
अस्थमा के घरेलु उपाय ( Asthma Upay In Hindi )
अदरक –
अदरक एक नेचुरल उपचार है| अस्थमा के उपचार के लिए इसे बहुत उपयुक्त माना जाता है| अदरक को बहुत से तरीके से उपयोग किया जा सकता है|
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अदरक का रस, अनार का रस व शहद को समान मात्रा में मिलाएं| 1 चम्मच मिक्सचर को दिन में 2-3 बार लें|
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इसके अलावा छोटी चम्मच किसा हुआ अदरक को डेढ़ कप पानी में मिलाएं| रोजाना सोने से पहले एक चम्मच इसे पियें|
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1 इंच अदरक के टुकड़े को छोटे छोटे टुकड़े में काट लें अब इसे उबलते पानी में डालें| इसे ठंडा कर पियें|
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अदरक को नमक के साथ मिलाकर खाएं|
सरसों का तेल –
अस्थमा अटैक होने पर सरसों तेल से मालिश करने पर सांस नार्मल होने लगती है|
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सरसों का तेल हल्का गुनगुना कर लें, अब इसे सीने व पीठ में मालिश करें| दिन में कई बार ऐसा करें आराम मिलेगा|
अंजीर –
अंजीर में मौजूद पोषक तत्व अस्थमा जैसे रोग को भी दूर कर देता है| अंजीर से सांस की परेशानियाँ दूर होती है|
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3 अंजीर के टुकड़े को 1 पानी में रात भर भिगो दें|
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सुबह खाली पेट इस अंजीर को खाएं व उसका पानी भी पियें| कुछ महीने तक इस प्रक्रिया को करते रहें|
लहसून –
अस्थमा की शुरुवात में ही लहसून फेफड़ो को साफ कर देता है| जिससे ये परेशानी बढ़ नहीं पाती है|
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2-3 लहसून की कलियों को ¼ कप दूध में डालकर उबालें|
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इसे ठंडा कर पी लें| कुछ दिन लगातार ऐसा करने से आपको अस्थमा में बहुत आराम मिलेगा|
कॉफ़ी –
कॉफ़ी में मौजूद कैफ्रीन अस्थमा अटैक को रोकता है| गर्म कॉफ़ी आपको रिलैक्स करती है साथ ही श्वास नली साफ होती है जिससे सांस लेने में तकलीफ दूर होती है| जितनी स्ट्रोंग कॉफ़ी होगी उतना फायदा होगा| लेकिन दिन में 2-3 ब्लैक कॉफ़ी से ज्यादा ना पियें| अगर आपको कॉफ़ी पसंद नहीं तो आप काली चाय भी पी सकते है|
टिप – कैफ़्रिन को ज्यादा नहीं लेना चाहिए इसे अपनी आदत में शामिल ना करें|
शहद –
शहद अस्थमा का बहुत पुराना इलाज है, इससे अस्थमा के लक्षण कम होते है| शहद में नेचुरल पोषक तत्व होते है| शहद फेफड़ो में बलगम की परेशानी दूर करते है|
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पानी में शहद डाल कर उबालें अब इस पानी से भाप लें|
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रोजाना दिन में 2-3 बार गुनगुने पानी के साथ 1 चम्मच शहद खाएं|
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रात को सोने से पहले 1 चम्मच शहद में आधी चम्मच दालचीनी पाउडर मिला कर खाया करें| ये रात को आपको आरामदायक नींद भी देगा|
प्याज –
प्याज में मौजूद तत्व अस्थमा के इलाज के लिए फायदेमंद है| प्याज को धीरे धीरे चबाएं इससे श्वास नली साफ़ होगी जिससे आप आसानी से सांस ले सकेंगे| अगर आपको कच्ची प्याज नहीं पसंद है तो आप इसे पका कर भी खा सकते है| लेकिन इसे अपनी डाइट में जरुर शामिल करें|
अजवाइन –
ये भी अस्थमा की परेशानी दूर करता है|
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अजवाइन को पानी में डाल उबालें अब इससे भाप लें|
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1 चम्मच अजवाइन को पानी में डाल उबालें और इसे पियें|
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थोड़ी सी अजवाइन को गर्म कर इसे कॉटन के कपड़े में लपेटें अब इसे चेस्ट और गले में रख सिकाई करें| आप ऐसें रोज सिकाई करें|
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इसके अलावा पीसी अजवाइन को गुड़ के साथ मिलाकर 1-2 चम्मच दिन में 2 बार खाएं| डायबटीज के मरीज इसे ना अपनाएं|
मूली –
थोड़ी सी मूली को घिस कर उसमें 1 चम्मच शहद व नीम्बू का रस मिलाकर कुछ देर पकाएं| अब इसे रोज एक चम्मच खाएं| यह बहुत फायदेमंद इलाज है|
करेला –
करेला जितना कड़वा होता है उतना फायदेमंद होता है| अस्थमा की बीमारी को भी करेला कंट्रोल करता है| करेला को पीस कर उसका पेस्ट बना लें अब उसमें तुलसी की पत्ती का रस व शहद मिलाएं| इसे दिन में एक चम्मच खाएं| किसी एलर्जी की वजह से अगर अस्थमा हो तो ये उसे दूर करता है|
मैथी –
मैथी भी करेला जीतनी फायदेमंद होती है| अस्थमा की परेशानी को इसके उपयोग से ठीक किया जा सकता है| 2 चम्मच मैथी के दानों को 1 ग्लास पानी में डालकर उबालें, इसे 1/3 होने तक उबालें| अब इसमें एक – एक चम्मच अदरक का रस व शहद मिलाएं| रोजाना इसे दिन में एक बार पियें|
अन्य उपाय –
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अस्थमा ट्रिगर को हमेशा अपने साथ रखें, जितना हो सके साफ सुथरी जगह में रखें| वायु प्रदुषण से ये समस्या बाद सकती है|
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खाने में मसाले, ताजे फल व साग सब्जियां अधिक से अधिक लें|
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पैकेट वाले खाने से बचें इसमें बहुत अधिक केमिकल होते है जो फेफड़ो में नुकसान पहुंचाते है|
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दूध से बने प्रोडक्ट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें, इससे शरीर में प्रोटीन मिलेगा जो आपको इस बीमारी से जल्दी बाहर निकलेगा|
अस्थमा वाले मरीज को अपना ध्यान खुद से रखना चाहिए जितना हो सके खुले वातावरण में रहें, बंद बंद जगह में घुटन होती जिससे परेशानी बढ़ सकती है| आपे आस पास कोई अस्थमा का मरीज है तो उसे भी ये घरेलु नुस्खे बताएं जिसके कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है आप इसे जब चाहें इस्तेमाल कर सकती है|
अस्थमा या दमा के घरेलु उपाय